नमाज़ की फज़ीलत। Namaz ki fazilat.
फ़ज़ाइले नमाज़ :- कुरआनो हदीस में नमाज़ की बहुत ज़्यादा फ़ज़ीलत बयान की गई है, चुनाँचे खुदाए तआला इरशाद फ़रमाता है, बेशक नमाज़ बे हयाई …
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फ़ज़ाइले नमाज़ :- कुरआनो हदीस में नमाज़ की बहुत ज़्यादा फ़ज़ीलत बयान की गई है, चुनाँचे खुदाए तआला इरशाद फ़रमाता है, बेशक नमाज़ बे हयाई …
बीमार की नमाज़ का बयान: अगर बीमारी के सबब खड़े होकर नमाज़ नहीं पढ़ सकता कि मर्ज़ बढ़ जाएगा या देर में अच्छा होगा या …
बिला उज़्रे शरई नमाज़ क़ज़ा करना सख़्त गुनाह है जल्द से जल्द अदा करना और तौबह करना फ़र्ज़ है। मकरूह वक़्त के अलावा किसी वक़्त …
फ़िक़ही मसाइल :- मसअला :- हर मुकल्लफ़ यानी आक़िल बालिग पर नमाज़ फ़र्ज़ ऐन है इसकी फ़ज़ियत का मुन्किर काफ़िर है और जो क़स्दन छोड़े …
अल्लाह तआला का फरमान हैः- तर्जुमाः- मुसलमानों पर नमाज़ मुकर्रर वक़्तों पर फर्ज़ की गई है। (सूरः निसा 4, आयत 103) हदीस :- हज़रत जरीर …
जुमा का दिन वैसे तो सब दिन अल्लाह तआला के बनाए हुए हैं। मगर जुमे के दिन की अहमियत को बयान करते हुए अल्लाह के …
नमाज़ के दरमियान पढ़ी जाने वाली दुआ जिसे दुआ मासूरा या दुआ ए मासूरा भी कहा जाता है। दुआ मासूरा कब पढ़ा जाता है? नमाज़ …
गुस्ल पाँच चीज़ों से फर्ज़ होता है यानी इन पाँच चीज़ों में से कोई एक भी सूरत पाई जाए तो गुस्ल करना फ़र्ज़ है । …
इस्लाम में 5 वक़्त की नमाज़े मुसलमानों पर फ़र्ज़ हैं उनमें से जो सबसे पहली नमाज़ हैं उसे फ़ज़्र की नमाज़ कहा जाता हैं। यह …
हमें मालूम होना चाहिए कि फ़र्ज़ नमाज़ों के बाद सुन्नत और नफ़िल नमाज़ों के पढ़ने का भी बहुत बड़ा सवाब है। जैसे तहज्जुद, इशराक़ चाश्त, …