हमारी मौजूदा नस्ल में यह बीमारी बहुत ज़्यादा पाई जा रही है । इस बीमारी में पाख़ाना पेशाब से पहले या उस के बाद में पेशाब की नाली से मनी, मज़ी, या फिर वदी निकलती है या पेशाब के बाद कभी कभी सफेद रंग का धागा सा भी निकलता है ।
इस बीमारी में मरीज़ को कमर में दर्द, घुटनों में तकलीफ और आँखों के सामने अन्धेरा या फिर चक्कर से आते है । और कमज़ोरी दिन बदिन बढ़ती जाती है, भूक नहीं लगती और जो कुछ खाया जाए हज़म नहीं होता और बेहतरीन गिजा भी खाई जाए तो बदन को नहीं लगती ।Peshab me Jalan Jiryan Sojaak ke Nuskhe.
इस बीमारी की बहुत सी वजूहाज हैं जिन में से कुछ इस तरह है–
मनी में तेज़ी आना ।वासना (Sex) का ज्यादा होना।
हमबिस्तरी ज्यादा करना ।
हमेशा बुख़ार ज्यादा रहना ।
✩ हर वक्त दिल व ख्याल में सोहबत की बातें बिठाए रखना या उसी के बारे में सोचते रहना । ✰ कब्जीयत होना और अपने हाथों अपनी मनी निकालना । मर्दों से सोहबत करना, और बुरे ख्यालात वगैरा. मर्दाना बीमारियाँ, नुस्खे और रूहानी इलाज।
नुस्खे :-
(1) देसी मुर्गी का एक अंड़ा फोड़ कर किसी बर्तन में ले, फिर अंडे की पीलक व सफेदी दोनों के बराबर गजर का रस लें फिर उस में उतनी ही मिकदार (मात्रा) में शहद और घी डालें अब सब को मिला कर हल्की आँच पर पका कर हलवा सा बना लें,
इस तरह 21 दिनों तक इसी तरह हलवा बना कर खाए । खट्टी चीजें दही, मछली का इस्तेमाल बंद रखे इस से पूरा परहेज करे और शादी शुदा है तो इस दौरान औरत से सोहबत न करे ।
(2) बरगद का दूध यानी बरगद के झाड़ की टेहनी तोड़ने पर जो रस निकलता है वोह 4 माशा, बताशे में या शक्कर में डाल कर रोजाना सुबह को लें ।Peshab me Jalan Jiryan Sojaak ke Nuskhe.
सूजाक :-
येह बीमारी ज्यादा तर नवजवानों में बुरी संगत व बुरी आदतों की वजह से होती है, यह बड़ी खतरनाक बीमारी है इसकी वजह से नवजवानों की सेहत धीरे धीरे बिगड़ जाती है उन में कमज़ोरी आ जाती है ।
इस बीमारी की निशानी यह है कि पेशाब की नाली में सूजन या वरम आ जाती है और पेशाब की नाली के अन्दर घाव (जख्म) हो जाते है और इन जख्मों से पीप निकलता रहता है । और जब भी पेशाब किया जाए तो उस वक्त पेशाब में जलन होती है और सख़्त तकलीफ होती है ।
नुस्खे :-
(1) सफेद राल 12 ग्राम, शकर 12 ग्राम लें, दोनों को पीस कर चुरण बना लें। 2 ग्राम चूरण पानी के साथ दिन में दो बार लें ।
(2) धोबी के कपड़े धोने की मिट्टी (जिसे “रे” कहा जाता है) 60 ग्राम लें, नीम की ताज़ा पत्तियों का रस 12 ग्राम लें इन दोनों को 180 मिली लीटर पानी में भिगो कर रात भर रखें। सुबह को छान लें और थोड़ा सा और नीम का रस मिला कर सुबह को पीलें,
(3) हल्दी और सुखा आमला दोनों बीस बीस (20) ग्राम लें। दोनों को बारीक पीस कर चूरण बनाले फिर 2 ग्राम येह चूरण पानी के साथ दिन में दो बार इस्तेमाल करे ।
पेशाब में जलन :-
पेशाब के बाद तहारत न करने या सोहबत के बाद शर्मगाह (मर्द को लिंग और औरत की योनी को) न धोने की वजह से पेशाब में जलन होती है। ज्यादा गर्म खानों के इस्तेमाल से भी पेशाब में जलन की शिकायत पैदा होती है। इस बीमारी के मरीज़ को पेशाब जल्दी नहीं होता बल्कि थोड़ा थोड़ा जलन के साथ आता है और बड़ी तकलीफ होती है ।Peshab me Jalan Jiryan Sojaak ke Nuskhe.
नुस्खे :-
(1) सफेद संदल का बुरादा (पावडर) 6 ग्राम, धनिया 6 ग्राम, सूखा आमला 6 ग्राम लें इन तीनों चीज़ों को 120 मिली लीटर पानी में रात भर भिगो कर रखे, सुबह को छान कर इस पानी में शक्कर मिला कर शरबत बना ले और इसे सुबह और दोपहर को पी ले । आज का माहौल और बुराईयाँ।
(2) खीरे के बीज 6 ग्राम, ककड़ी के बीज 6 ग्राम, दोनों को 120 मिली लिटर पानी में उबलने तक गर्म करे फिर छान ले और इस पानी को ठण्डा कर के सुबह को पी लिया करे ।
(3) एक अंडे की सफेदी लें (पीलक अलग कर ले ) इस सफेदी को अच्छी तरह फेंट लें और एक प्याली गर्म दूध में मिला कर – सुबह को पी लिया करे ।
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क्या पता अल्लाह तआला को हमारी ये अदा पसंद आ जाए और जन्नत में जाने वालों में शुमार कर दे। अल्लाह तआला हमें इल्म सीखने और उसे दूसरों तक पहुंचाने की तौफीक अता फरमाए ।आमीन।
खुदा हाफिज…