औरतों में भी तरह तरह की जिन्सी बीमारियाँ होती है। इनका जानना जरूरी है, हम यहाँ चन्द बीमारियों के बारे में लिख रहे हैं ।
लीकोरिया :-
ये बड़ी ख़तरनाक बीमारी है जो औरतों के बदन को काटे की तरह कर देती है । इस बीमारी में औरत की शर्मगाह (योनी) से सफेद पानी निकलता रहता है इस पानी के साथ उसके बदन की सारी ताकत निकलती रहती है
कभी यह बदबूदार पानी इतनी तेजी से और ज़्यादा आता हैं कि कपड़े तक भीग जाते हैं और पानी टखनों तक बहता रहता है । इस बीमारी की वजह से औरत ज्यादा परेशान रहने लगती है चिड़चिड़ापन और गुस्सा बढ जाता है घबराहट ज्यादा होती है खाना हजम नहीं होता पेशाब बार बार आता है दिल की धड़कन बढ़ जाती है IAurato ki Bimariyan Nuskhe aur Rohani Ilaj.
नुस्खे :-
(1) कुछ बबूल की फल्ली सुखा कर बारीक चूरण
करे, 2 ग्राम सुबह में और 2 ग्राम दोपहर में पानी के साथ लें
(2)30 ग्राम इमली के बीज का गुदा ले और उसे भुन लें, फिर पीस कर चूरण बना लें और 1 ग्राम पानी के साथ दिन में 3 बार लें । हमबिस्तरी का तरीका
हैज़ की ज़्यादती :-
इस बीमारी में औरत को हैज़ बड़े बेढंपन से आता है, और बहुत ज्यादा आता रहता है, इस से बदन कमजोर हो जाता है, नाड़ी तेज़ चलती है, प्यास बढ जाती है, चेहरा पीला हो जाता है, कब्ज रहने लगता है, भूख नही लगती पांव पर वरम आ जाता है,
और कभी कभी चक्कर भी आते हैं, यहाँ तककि कभी औरत निढाल होकर वे जान सा हो जाती है। यह बीमारी सोहबत (हमबिस्तरी) ज्यादा करने से पैदा होती है । और बारबार हमल के गिरते रहने से भी यह बीमारी हो जाती है।Aurato ki Bimariyan Nuskhe aur Rohani Ilaj.
नुस्खे :- (1) अनार की छाल ( छिल्के) 22 ग्राम लें। इसे 250 मिली लीटर पानी में इतना उबाले कि पानी सूख कर आधा रह जाए, इस पानी को रोज़ाना सुबह पी लें ।
(2) 25 ग्राम मुलतानी मिट्टी आधा लीटर पानी में दो घंटे तक भिगोए रखे फिर उसे छान ले। रोजाना 125 मिली लीटर चार बार इस्तेमाल करें ।
हैज़ का रुक जाना :-
औरत को हर महीने पाबन्दी से जो गन्दा खून आता है वोह कुछ ख़ास दिनों में ख़ास दिनों तक ही आता हैं। अगर औरत हमल से हो तो येह हैज़ का खून आना अपने आप बंद हो जाता है, हैज़ का खून कुदरती तौर पर भी बंद होता है
जो हमल के दौरान, बच्चे को दूध पिलाने के दिनों में, और बुढ़ापे में रूक जाता है इस सूरत में इलाज की कोई ज़रूरत नहीं होती लेकिन इन चीज़ों के अलावा बंद हो जाए तो फिर येह बीमारी है जिस का इलाज जरूरी है।
लेकिन बिना हमल के ही खून आना बन्द हो जाए तो येह बीमारी है, जिस का तुरन्त इलाज कराना चाहिये, इस की पहचान यह है कि हैज़ जब बन्द हो जाए तो सर में दर्द कमर और पैरों में दर्द रहता है मिजाज में चिड़चिड़ा पन आ जाता है ।Aurato ki Bimariyan Nuskhe aur Rohani Ilaj.
नुस्खा :- सोए के बीज, मूली के बीज़ गाजर के बीज, मेथी के बीज इन सब को तीन तीन ग्राम लिया जाए और 250 मिली लीटर पानी में इतना उबाले कि पानी आधा रह जाए फिर छान ले और दिन में दो बार इस्तेमाल करे ।
रहमानी इलाज :-
यहाँ हम एक नक्श लिख रहे हैं जिसे मोम जामा कर के औरत की बाऐं रान पर बान्धे । इन्शाअल्लाह तआला जो रूका हुआ है जारी हो जाएगा वोह नक्श विडिओ के लास्ट में है।
हैज़ दर्द के साथ आना :-
कुछ औरतों को हैज़ (माहवारी) के खून आने से पहले कमर, कोलूह और रानों में सख्त दर्द होता है। कभी कभी मतली और कै. (उल्टी, Vomit) भी होती है। माहवारी का खून बहुत ही कम आता है और दर्द के साथ आता है । हमबिस्तरी के चन्द आदाब।
नुस्खा :-
हिंग 500 मिली ग्राम, गुड़ 6 ग्राम ले । हिंग में गुड़ मिलाले और माहवारी के दिनों में 5 से 6 दिनों तक रोजाना सुबह खाए ।
पेशाब में जलन :-
इस बीमारी में औरत को बड़ी परेशानी होती है और शर्मगाह में खुजली व जलन होती है पेशाब करते वक्त भी जलन महसूस होती है और बे चैनी रहती है ।
नुस्खें :-
(1) नीम के ताज़ा पत्ते 125 ग्राम लें, पत्तों को 1 लीटर पानी में उबाल कर छान लें फिर इस पानी में 3 ग्राम भुना हुआ सुहागा ले फिर उसे मिला कर शर्मगाह पर खुजली की जगह को सुबह शाम धोए ।
(2) काफूर 3 ग्राम, गुलाब का पानी 25 मिली लीटर लें, फिर काफूर को पीस कर गुलाब के पानी में घोल लें, एक साफ कपड़ा ले कर उस में भिगोए और जलन की जगह रखे । जितनी बार ज़रूरत हो इस अमल को दोहराते रहें ।Aurato ki Bimariyan Nuskhe aur Rohani Ilaj.
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क्या पता अल्लाह तआला को हमारी ये अदा पसंद आ जाए और जन्नत में जाने वालों में शुमार कर दे। अल्लाह तआला हमें इल्म सीखने और उसे दूसरों तक पहुंचाने की तौफीक अता फरमाए ।आमीन।
खुदा हाफिज…