शैख फरीदुद्दीन गंज शकर अलैहिर्रमा का अक़ीदा। Shaikh Fariduddin Ganj Shakar ka Aqida.

Shaikh Fariduddin Ganj Shakar ka Aqida.

  हज़रत फरीदुद्दीन गंज शकर रहमतुल्लाहि तआला अलैहि के ज़माने में एक “हसन” कव्वाल था जिसे अपनी लड़की की शादी करने के लिए रकम की ज़रूरत थी। उस ने हज़रत फरीदुद्दीन गंज शकर रहमतुल्लाहि तआला अलैहि से अर्ज़ किया कि मेरी लड़की की शादी है कुछ इनायत फरमाइए। यह सुन कर हज़रत ने फरमाय कि … Read more

अल्लामा जलालुद्दीन सुयूती का अक़ीदा । Allama Jalaluddin Siyuti ka Aqeeda.

Allama Jalaluddin Siyuti ka Aqeeda.

आप का नाम अब्दुर्रहमान, लक़ब जलालुद्दीन और कुन्नियत यानी उपनाम अबुल फ़ज़ल है। पहली रजब 849 हि० में शहरे सुयूत में पैदा हुए जो इलाक-ए-मिस्र में दरिया-ए-नील के पश्चिमी जानिब मौजूद है। आप पाँच साल सात माह के थे कि बाप के साए से महरूम हो गये। वसीयत के मुताविक चन्द बुजुर्गों ने आपकी सरपरस्ती … Read more

गौस पाक और जिन्नात का वाक़िआ।Gaus Pak aur Jinnat ka waqia.

Gaus Pak aur Jinnat ka waqia.

नबियों के सुल्तान, रहमते आलमियान, सरदारे दो जहान, महबूबे रहमान सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम का फरमाने बरकत निशान है : “जिस ने मुझ पर रोज़े जुमुआ दो सौ 200 बार दुरूदे पाक पढ़ा उस के दो सौ 200 साल के गुनाह मुआफ़ होंगे ।” अबू साद अब्दुल्लाह बिन अहमद का बयान है: एक बार मेरी लड़की … Read more

हज़रत ख़्वाजा कुतबुद्दीन बख्तियार काकी का वाकिआ।Hazrat Khwaja Qutbuddin bakhtiyar kaki ka waqia.

Hazrat Khwaja Qutbuddin bakhtiyar kaki ka waqia.

आप सुलतानुल हिन्द हज़रत ख़्वाजा मुईनुद्दीन अजमेरी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु के जलीलुल कद्र खलीफा और हिन्दुस्तान के अज़ीमुल कद्र सूफिया में थे। और बड़े मकबूल बुजुर्ग थे। दुनिया से बेनियाज़ी और फाकाकशी में मुम्ताज़ थे और यादे इलाही में बड़े डूबे हुए थे। अगर कोई आपसे मिलने के लिए आता तो थोड़ी देर के बाद … Read more

हज़रत ख़्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती का अक़ीदा। Hazrat Khwaja Moinuddin Chisti ka aqida.

Hazrat Khwaja Moinuddin Chisti ka aqida.

आप एशिया-ए-हिन्द व पाकिस्तान में बड़े-बड़े औलिया-ए-किराम के सरदार और चिश्तिया सिलसिले के बानी हैं, आप हनफी मज़हब के थे खुरासान में 14 रजब 527 हि0 में पैदा हुए। आपके अब्बाजान का नाम ग्यासुद्दीन है जो हुसैनी सैय्यद थे। आपकी वालिदा मुहतरमा का नाम “माहे नूर” है जो हसनी सैय्यदा थीं। ख़्वाजा मुईनुद्दीन रहमतुललाहि तआला … Read more

हज़रत गौसे पाक का अक़ीदा ।Hazrat Gaus Pak ka Aqida.

Hazrat gaus pak ka akida

हज़रत अल्लामा शतनौफी रहमतुल्लाहि तआला अलैहि हदीस की सनद व दलील के साथ बयान फरमाते हैं कि एक औरत हज़रत गौसे आज़म अब्दुल कादिर जीलानी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु की खिदमत में अपना एक लड़का ले कर हाज़िर हुई और अर्ज किया कि मेरे इस बच्चे को आप से दिली लगाव है इस लिए मैं उसके … Read more

गौसे पाक और ग्यारहवीं शरीफ।Gaus Pak aur gyarahavin Shareef.

Gause pak aur Gyarvi shareef

हिजरी सन का चौथा महीना रबीउल आख़िर कहलाता है। इस महीने की ग्यारह(11) तारीख को मुसलमानाने आलम का बड़ा तब्क़ा गौसे आज़म हज़रत अब्दुल कादिर जीलानी अलैहिररहमह की याद मनाता है। आप के विसाल की मुनासबत से इस दिन आप का उर्स मनाया जाता है। नज्र व नियाज़ का एहतेमाम होता है। ईसाले सवाब की … Read more

दुरूद शरीफ़ की फ़ज़ीलत ,23 रूहानी इलाज । Durood Shareef ki Fazilat,23 Rohani ilaj.

Durood shareef ki fazilat 23 rohani ilaj

अल्लाह के प्यारे हबीब, हबीबे लबीब,तबीबों के तबीब (स.व)का फ़रमाने रहमत निशान है : जो मुझ पर शबे जुमुआ और रोज़े जुमुआ यानी जुमा ‘रात के गुरूबे आफ्ताब से ले कर जुमुआ का सूरज डूबने तक सौ बार दुरूद शरीफ पढ़े अल्लाह तआला उस की सौ हाजतें पूरी फ़रमाएगा 70 आख़िरत की और 30 दुनिया … Read more

इमाम बुखारी की ज़िन्दगी का इतिहास।Imam Bukhari ki Zindagi ka ithaas.

Imam bukhari ki zindagi ka itihaas

आपका पूरा नाम मोहम्मद बिन इस्माईल बिन इब्राहिम था। लेकिन आप इमाम बुखारी के नाम से ऐसे मशहूर हुए की आपका पूरा नाम बहुत कम लोग ही जानते हैं। आप 13 शव्वाल 194 हिजरी में जुमा के दिन नमाज़ के बाद दुनिया में तशरीफ़ लाये। बचपन में ही आपकी आँखों की रौशनी चली गयी थी। … Read more

सुलतान मेहमूद और अल्लाह के वली का वाकिआ।Sultan Mehmod aur allah ke Wali ka Waqia.

Sultan Mahmoud aur allah ke wali ka waqia

हज़रत अबु अलहसन खरकानी रहमत उल्लाह अलेह के कशफ व करामात का तज़करह जब सुलतान मेहमूद ग़ज़नवी सुना। तो सुलतान को आपकी ज़ियारत व मुलाकात का शौक़ पैदा हुआ और कई दफा आपको गज़नी आने की दावत दी लेकिन हज़रत ने कुबूल ना फरमाई। आखिर सुलतान मेहमूद ग़ज़नी से रवाना होकर ख़रक़ान पहुँचा। और शहर … Read more