बदन के अंगों की गवाही : इंसान बड़ा झगड़ालू है और उसकी बहस की तबीयत कियामत के दिन भी अपना रंग दिखायेगी और अल्लाह तआला से भी हुज्जत करेगा।
उस वक़्त गवाहों के जरिए उसकी हुज्जत ख़त्म कर दी जाएगी। खुद इंसान के अंग उसके ख़िलाफ़ गवाही देंगे। जैसा कि सूरः यासीन में फ़रमाया : तर्जुमा :- आज हम उनके मुंहों पर मुहर लगा देंगे और उनके हाथ हमसे कलाम करेंगे और उनके पांव उन कामों की गवाही देंगे।’
हज़रत अनस (र.अ)ने रिवायत ब्यान फ़रमायी कि एक बार आंहज़रत (स.व)की ख़िदमत में हम बैठे हुए थे कि उसी बीच अचानक आप को हँसी आ गयी और हमसे फ़रमाया, क्या तुम जानते हो मैं क्यों हँस रहा हूं? हमने अर्ज किया कि अल्लाह और उसको रसूल ही खूब जानते हैं।
Jurm na manne par gawahiyan.
फ़रमाया कि क़ियामत के दिन बन्दे जो अल्लाह से सवाल व जवाब करेंगे, उस मंज़र को याद करके मुझे हँसी आ गयी। बन्दा कहेगा कि ऐ रब! क्या आपने मुझे जुल्म से बचाने का एलान फ्रमाकर मुत्मईन नहीं फ़रमाया है। अल्लाह तआला फ़माएंगे कि हां, मैंने यह वादा किया है।
इसके बाद बन्दा कहेगा कि मैं अपने मामले में किसी की गवाही न मानूंगा। हां, अगर मेरे ही अंदर से कोई गवाही दे दे तो एतबार कर सकता हूं। अल्लाह तआला फ़रमायेंगे कि आज अपने बारे में तेरा खुद गवाह होना काफी है और लिखने वालों की गवाही भी काफी है।
आंहज़रत सैयदे आलम (स.व)ने फरमाया कि इसके बाद उसके मुंह पर मुहर लगा दी जाएगी और अल्लाह की तरफ से उसके अंगों को हुक्म होगा कि बोलो। चुनांचे उसके अंग उसके अमल को ज़ाहिर कर देंगे।
यह किस्सा देखकर बंदा अपने अंगों से कहेगा कि दूर! दूर! तुम ही को अज़ाब से बचाने के लिए तो मैं बहस कर रह था। (मुस्लिम शरीफ)
Jurm na manne par gawahiyan.
हज़रत अबू हुरैरः (र.अ)से रिवायत है कि आंहज़रत सैयदे आलम(स.व)ने इन आयत ‘यौ म इज़िन तुहद्दिसु अख्बारहा’ उस दिन ज़मीन अपनी ख़बरें ब्यान कर देगी तिलावत फरमाकर सवाल फ़रमाया, क्या तुम जानते हो ज़मीन के ख़बर देने का क्या मतलब है?।
सहाबा ने अर्ज किया कि अल्लाह और उसके रसूल ही खूब जानते हैं। आंहज़रत (स.व)ने फ़रमाया कि ज़मीन के ख़बर देने का मतलब यह है कि वह मर्द व औरत के ख़िलाफ़ उसके आमाल की गवाही देगी जो उसकी पीठ पर किये थे। वह कहेगी कि उसने मुझ पर फ़्लां-फ़्लां दिन फ़्लां-फ़्लां अमल किया था। यह है ज़मीन की ख़बर देना ।(अहमद व तिर्मिज़ी शरीफ)
कियामत के दिन आमालनामे पेश किये जाएंगे। किरामन कातिबीन जो दुनिया में बन्दों के आमाल रिकार्ड करते हैं। आमालनामे की शक्ल में पेश कर दिए जाएंगे। सूरः जासिया में फ़रमाया : और (उस दिन) आप हर फिर्के को देखेंगे कि ख़ौफ़ की वजह से ज़ानू के बल गिरे पड़े होंगे।
Jurm na manne par gawahiyan.
हर फ़िर्का अपने नामा-ए-आमाल की तरफ बुलाया जाएगा और उनसे कहा जाएगा कि आज तुमको तुम्हारे कामों का बदला दिया जाएगा। यह हमारा दफ़्तर है जो तुम्हारे मुकाबले में ठीक-ठीक बोल रहा है और हम तुम्हारे आमाल को लिखवा लिया करते थे। एक हदीस में है कि उसकी रान और गोश्त और हड्डियां उसके अमल की गवाही देंगी। (मुस्लिम शरीफ)
‘सूरः बनी इस्राईल में फ़रमाया: और हमने हर इंसान का अमल उसके गले का हार कर रखा है और क़ियामत के दिन हम उसका आमालनामा निकाल कर सामने कर देंगे जिसको वह खुला हुआ देख लेगा और उससे कहेंगे पढ़ ले अपना आमालनामा । आज तू खुद अपना हिसाब लेने वाला काफी है।
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क्या पता अल्लाह तआला को हमारी ये अदा पसंद आ जाए और जन्नत में जाने वालों में शुमार कर दे। अल्लाह तआला हमें इल्म सीखने और उसे दूसरों तक पहुंचाने की तौफीक अता फरमाए ।आमीन।
खुदा हाफिज…