बाज़ लोगों को क़ब्र में शराब नोशी की बिना पर अज़ाब में मुब्तला कर दिया जायेगा। एक हदीस पाक में है कि शराबी अपनी क़ब्र से मुर्दार की बदबू के साथ उठेगा।
सुराही उसकी गर्दन में लटकी होगी। और जाम उसके हाथ में होगा और उसके जिस्म में सांप और बिच्छू भरे होंगे। उसे आतिशे दोज़ख़ की जूतीयां पहनाई जायेंगी जिससे उसका दिमाग़ खौलता होगा और उसकी क़ब्र जहन्नम का एक गढ़ा है जो फिरऔन व हामान के क़रीब है।(कुर्रअतुल औयून)
हज़रत इब्न मसउद रज़ियल्लाहु अन्हु ने फ़रमाया कि जब कोई शराबी मरे तो दफन करो। फिर उसकी क़ब्र खोलकर देखो। अगर उसका मुँह क़िब्ला से फिरा हुआ न पाओ तो मुझे क़त्ल कर देना क्योंकि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम ने फरमाया है कि जब कोई चार मर्तबा शराब पी लेता है तो हक़ सुब्हानहूतआला उससे नाराज़ हो जाता है और सिज्जीन में उसका नाम लिख देता है तो उससे न रोज़ा क़बूल किया जाता है न नमाज़ न सदक़ा मगर यह कि वह तौबा कर ले। अब अगर तौबा कर ली तो बेहतर है वरना उसका ठिकाना जहन्नम है और यह कितना बुरा ठिकाना है।(कुर्रअतुल जैवून)
हज़रत मसरूक़ रजियल्लाहु अन्हु ने फ़रमाया है कि जो शख़्स चोरी, शराब नोशी और ज़िना में मुब्तला होकर मरता है तो उस पर दो सांप मोक़र्रर कर दिये जाते हैं जो उसका गोश्त नोच नोच कर खाते रहते हैं। (इब्न अबी अददुनिया)
नबी करीम सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम ने मेराज की रात ऐसी क़ौम को देखा जिनके चेहरे काले और आँखें नीली थीं उनका नीचे वाला होंठ पाँव पर लटक रहा था और ऊपर वाला होंठ सर के ऊपर जा रहा था। दोज़ख़ की आग का सख़्त गर्म किया हुआ ज़र्द पानी आग के प्यालों में पिलाया जा रहा था।
यहाँ तक कि पीप और खून उनके मुँह से टपक रहा था और वह गधे की तरह हिंग रहे थे। आपने पूछा यह कौन लोग हैं? हज़रत जिब्रील अलैहिस्सलाम ने अर्ज़ किया कि यह वह लोग हैं जो ज़िन्दगी में शराब पीते थे।(अख़बारूल कुरआन सल्लल्लाहू अलैहि वसल्लम 262)शैतान औरत की शक्ल में। Shaitan aurat ki shakal mein.
हिकायत :-
अवाम बिन हौशब का कहना है कि एक मर्तबा मैं एक क़बीला में आया उस क़बीला के एक तरफ एक मक़बरा था। असर के बाद उस मक़बरे की एक क़ब्र फटती थी और उससे एक शख़्स ज़ाहिर होता था। जिसका सर गधे की मानिन्द होता था और जिस्म इंसान की तरह। वह गधे की मानिन्द तीन दफा आवाज़ निकालकर फिर क़ब्र में गायब हो जाता था।
मैंने उसके बारे में लोगों से पूछा तो लोगों ने बताया कि यह शराब का आदी था जब यह शराब पीता था, तो उसकी माँ कहती कि ऐ मेरे बच्चे ! अल्लाह से डर तो वह जवाब देता कि तू गधे की तरह हींगती रहती है। तो वह असर के बाद मर गया तो हर रोज़ असर के बाद क़ब्र से निकलता है और तीन मर्तबा हींगता है और फिर क़ब्र में गायब हो जाता है।(तरगीब)
अल्लाह रब्बुल इज्ज़त हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल की तौफीक दे, हमे एक और नेक बनाए, सिरते मुस्तक़ीम पर चलाये, हम तमाम को नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से सच्ची मोहब्बत और इताअत की तौफीक़ आता फरमाए, खात्मा हमारा ईमान पर हो। जब तक हमे ज़िन्दा रखे इस्लाम और ईमान पर ज़िंदा रखे, आमीन ।
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क्या पता अल्लाह ताला को हमारी ये अदा पसंद आ जाए और जन्नत में जाने वालों में शुमार कर दे। अल्लाह तआला हमें इल्म सीखने और उसे दूसरों तक पहुंचाने की तौफीक अता फरमाए । आमीन ।
खुदा हाफिज…