हदीस :- हज़रत इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हुमा से मरवी है कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमायाः “एक सांस में पानी न पियो जैसे ऊँट पीता है बल्कि दो और तीन मर्तबा में पियो और जब पियो तो ‘बिस्मिल्लाह’ कह लो और जब बर्तन को मुँह से हटाओ तो अल्लाह की हम्द करो।” (तिरमिज़ी शरीफ जिल्द 2, पेज 10)
हदीस :- इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हुमा से मरवी हैः “रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने बर्तन में सांस लेने और फूंकने से मना फरमाया।” (इब्ने माजा पेज 445)
हदीस :- हज़रत अनस रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायत हैः “रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने खड़े होकर पानी पीने से मना फरमाया। (इब्ने माजा पेज 244)
हदीस :- हज़रत अबू हरैरह रज़ियल्लाहु अन्हु से मरवी है कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमायाः “खड़े होकर हरगिज़ कोई शख़्स पानी न पिये और जो भूल कर ऐसा करे वह कै (उल्टी) कर दे।”Pani Peene ki Fazilat.
मसअलाः- पानी ‘बिस्मिल्लाह’ कह कर दायें हाथ से पीना चाहिए और तीन सांस में पिये। हर मर्तबा बर्तन को मुँह से हटा कर सांस ले,पहली और दूसरी मर्तबा एक-एक घूंट पिये और तीसरी सांस में जितना चाहे पी डाले। इस तरह पीने से प्यास बुझ जाती है और पानी को चूस कर पिये, गट-ग़ट, बड़े-बड़े घूंट न पिये। जब पी ले तो ‘अलहम्दु लिल्लाह’ कहे। (बहारे शरीअत हिस्सा 16, पेज 26)
फायदा :- खड़े होकर पानी पीना मना है, जैसा कि हदीस में गुज़रा लेकिन वज़ू के बचे हुए पानी को खड़े होकर पीना मुसतहब है। इसी तरह’ आबे ज़म ज़म’ को खड़े होकर पीना सुन्नत है।
ये दोनों पानी इस हुक्म से मुसतस्ना (अलग) हैं और इसमें हिकमत यह है कि खड़े होकर जब पानी पिया जाता है तो वह फौरन तमाम आज़ा की तरफ सरायत कर जाता है और यह मुज़िर (नुक्सानदह) है मगर ये दोनों पानी बरकत वाले हैं और इनसे मसूद ही बरकत है। लिहाज़ा इनका तमाम आज़ा में पहुंच जाना फायदेमन्द है। (बहारे शरीअत हिस्सा 16, पेज 24) सलाम करने की अहमियत।
खाने पीने के सिलसिले में हकीमों के अकवालः
(1) अगर लोहे के बर्तन में खाना पका हो तो उस खाने को खाने से भूक में इज़ाफा और शहवत ज़्यादा होती है।
(2) मिट्टी के बर्तन में खाना पकाने और मिट्टी ही के बर्तन में खाना खाने से केन्सर जैसा मूज़ी मर्ज़ नहीं होता।
(3) बहुत ज़्यादा तुर्श (खट्टी) गिज़ाएं इस्तेमाल करने से नामर्दी पैदा होती है।Pani Peene ki Fazilat.
(4) बहुत ज़्यादा मीठी चीजें इस्तेमाल करने से जिस्म में चर्बी ज़्यादा बनती है और शुगर का खतरा रहता है।
(5) ठण्डा पानी मैदे को कुव्वत देता है और गर्म पानी मैदे को कमज़ोर व सुस्त करता है।
(6) दही, मूली, पनीर मिलाकर एक साथ इस्तेमाल करने से सेहत बिगड़ती है और पेट में शदीद दर्द होता है।
(7) शहद का इस्तेमाल गोश्त के साथ या गोश्त खाने के बाद पेट में दर्द पैदा करता है।
(8) मछली के साथ या फौरन बाद दूध पीने से बर्स (कोढ़) होने का ख़तरा है।
(9) शहद और घी मिलाकर खाने से फालिज हो जाने का अन्देशा है।
(10) दूध पीने के फौरन बाद तुर्श चीज़ें इस्तेमाल करने से पेट में दर्द होने का सबब बनती हैं।
(11) चावल के साथ सिरका इस्तेमाल करने से सेहत में बिगाड़ पैदा होता है और पेट में दर्द भी लाहिक होता है।
(12)मुर्ग या परिंदों के गोश्त के साथ मूली खाना सेहत के लिए नुक्सानदह है।
(13) टमाटर और दूध एक साथ इस्तेमाल करने से गुर्दों में तकलीफ होती है।Pani Peene ki Fazilat.
(14) गर्म दूध या गर्म चाय पीने के बाद फौरन डण्डा पानी पीना सेहत के लिए नुक्सानदह है।
(15) रात को खाना खाने के फौरन बाद औरत से हमबिस्तरी करना सख्त से सख्त नुक्सानदह है और सेहत के लिए मुज़िर भी।
(16) ताक़त व कुव्वत बढ़ाने के लिए खाना खाने के फौरन बाद पेशाब करना अच्छा है।
(17) खाना खाने के फौरन बाद गुस्ल करना सेहत के लिए नुक्सानदह है।
(18) गर्म गिज़ाओं को खाकर दूध और शहद पीने से बर्स और जुज़ाम होने का खतरा पैदा होता है।
(19) ज़्यादा मीठा खाने से बीनाई कमज़ोर और दांतों में दर्द, गुर्दा और गसाने में पथरी और पेशाब में शकर आने का मूजिब है।
(20) खाने में दो गर्म चीज़ों जैसे अण्डा और गोश्त और दो सर्द चीज़ों जैसे चावल और दही और दो खुश्क चीज़ों जैसे कंगनी और मसूर इसी तरह दो काबिज़ और दो मुसहल और दो ग़लीज़ चीज़ों को जमा न करें। ग़ीबत और घमंड करने की सज़ा।
(21) दूध और नीबू, दूध और अण्डा, दूध और गोश्त को एक साथ जमा करने से अमराज़े रद्विद्या पैदा होने का खतरा है।
(22) रात में सोने के बाद पानी पीने से बीमारी होने का अन्देशा है।Pani Peene ki Fazilat.
(23) ताज़ा मछली खाकर फौरन नहाने से फालिज पड़ने का अन्देशा है।
(24) भरे पेट फौरन सोने से दिल सख्त हो जाता है, जब तक कि चहल कदमी या नमाज़ पढ़कर खाना हज़्म न कर ले, हरगिज़ न सोये।
(25) मछली के साथ गर्म रोटी खाने से पेट में कीड़े पैदा हो जाते हैं।
(26) गर्माये हुए बदन पर सर्द पानी डालना या पीना सख्त नुक्सानदह है।
(27) भीगे कपड़े पहनना सेहत के लिए मुज़िर है।
(28) खाने से पहले ठण्डे पानी का पीना भूख को कम कर देता है और खाने के बाद बदन को तंदुरूस्त करता है।
(29) सेब वगैरह फल खाने के बाद पानी पीने से मैदा फासिद हो जाता है।
(30) गर्म चावल या मीठी चीज़ खाने के बाद ठण्डे पानी का पीना दांत के लिए नुक्सानदह है।
(31) मछली और अण्डा एक साथ खाने से फालिज होने का अन्देशा है।
(32) जूस और दूध पीने से वर्स होने का एहतिमाल (ख़तरा) है।
(33) खाने के दरमियान पानी पीना नुकसानदह है।Pani Peene ki Fazilat.
अल्लाह रबबूल इज्ज़त हमे कहने सुनने से ज्यादा अमल की तौफीक दे,हमे एक और नेक बनाए, सिरते मुस्तक़ीम पर चलाये, हम तमाम को रसूल-ए-करीम (स.व) से सच्ची मोहब्बत और इताअत की तौफीक आता फरमाए, खात्मा हमारा ईमान पर हो। जब तक हमे जिन्दा रखे इस्लाम और ईमान पर ज़िंदा रखे,आमीन।
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क्या पता अल्लाह ताला को हमारी ये अदा पसंद आ जाए और जन्नत में जाने वालों में शुमार कर दे। अल्लाह तआला हमें इल्म सीखने और उसे दूसरों तक पहुंचाने की तौफीक अता फरमाए ।आमीन।
खुदा हाफिज…