🤲 Aapki madad se kisi zarurat mand ki madad ho sakti hai.

Donate & Support SUNNATEISLAM
01/10/2025

तिजारत भी इबादत है। Tijarat bhi ibadat Hai.

दिलचस्पी और मेहनत के साथ कारोबार कीजिए। अपनी रोजी खुद अपने हाथों से कमाइए और किसी पर बोझ न बनिए । एक बार नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु …

मैय्यत और दफ़न के सुन्नत तरीक़े। Maiyat aur dafan ke sunnat tarike.

जब किसी ऐसे आदमी के पास जाएँ जो मरने के क़रीब हो तो जरा ऊँची आवाज से कलिमा ‘ला इला-ह इल्लल्लाह मुहम्मदुर्रसूलुल्लाह’ पढ़ते रहें । …

इस्लाम में खुशी मनाने का हक़। Islam mein Khushi manane Ka haq.

खुशी के मौक़ों पर खुशी जरूर मनाइए । खुशी इनसान का फ़ितरी तक़ाज़ा और जरूरत है। दीन फ़ितरी जरूरतों की अहमियत को महसूस करता है …

कलिमा-ए-तौहीद के फज़ाइल। Kalima-e-Tauheed ke fazail.

हज़रत अबू अय्यूब अन्सारी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है कि हुज़ूरे अक़्दस सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया कि जिसने दस मर्तबा यूँ …

जब एक बुढ़िया ने बादशाह को झुका दिया। Jab ek budhiya Ne Badshah ko jhuka Diya.

मुहम्मद शाह मकरान एक बादशाह गुज़रा है। एक बार वह सिपाहियों के साथ शिकार को निकला। बादशाह सलामत शिकार खेल रहे थे। सिपाहियों के हाथ …

सादगी का असल मानी। Sadagi ka asal mani.

हज़रत उमर फारूक रज़ियल्लाहु तआला अन्हु का गुज़ारा बहुत मुश्किल था। हज़रत अली रज़ियल्लाहु तआला अन्हु और कुछ दूसरे सहाबा किराम रज़ियल्लाहु अन्हुम भी थे। …

कत्ले हुसैन ज़ालिमों का अंजाम और सब्र की फ़तह। Qatale Husain jalimon Ka anjam aur Sabr ki Fateh.

इब्ने ज़ियाद ने उमर बिन साद को हुक्म दिया था कि हुसैन की लाश को घोड़ों के टापों से रौंद डाले। अब येह तक़दीर भी …

कर्बला की सच्ची दास्तान और इमाम हुसैन। Karbala ki sacchi Dastan aur imam Husain.

जब आप शराफ में पहुंचे तो मुहर्रम 61/ हिजरी का ख़ूनी साल शुरूअ हुवा और उसी मकाम पर हुर बिन यज़ीद तमीमी एक हज़ार सवारों …

कर्बला की सच्ची दास्तान इमाम हुसैन। Karbala ki sacchi Dastan imam Husain.

हज़रत इमाम हुसैन रजियल्लाहु तआला अन्हु 4/ हिजरी में तवल्लुद हुए, हज़रत फ़ातिमतुज़्ज़हरा रजियल्लाहु तआला अन्हा, हज़रत अली रज़ियल्लाहु तआला अन्हु और हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु …

अर्श का साया उन सात लोगों की पहचान। Arsh ka Saya un Saat logo ki pahchan.

क़यामत के दिन के बारे में नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु ताअला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया कि उस दिन तमाम लोगों को जमा किया जाएगा हर शख़्स …