सादगी का असल मानी। Sadagi ka asal mani.
हज़रत उमर फारूक रज़ियल्लाहु तआला अन्हु का गुज़ारा बहुत मुश्किल था। हज़रत अली रज़ियल्लाहु तआला अन्हु और कुछ दूसरे सहाबा किराम रज़ियल्लाहु अन्हुम भी थे। …
Islamic Knowledge
हज़रत उमर फारूक रज़ियल्लाहु तआला अन्हु का गुज़ारा बहुत मुश्किल था। हज़रत अली रज़ियल्लाहु तआला अन्हु और कुछ दूसरे सहाबा किराम रज़ियल्लाहु अन्हुम भी थे। …
इब्ने ज़ियाद ने उमर बिन साद को हुक्म दिया था कि हुसैन की लाश को घोड़ों के टापों से रौंद डाले। अब येह तक़दीर भी …
जब आप शराफ में पहुंचे तो मुहर्रम 61/ हिजरी का ख़ूनी साल शुरूअ हुवा और उसी मकाम पर हुर बिन यज़ीद तमीमी एक हज़ार सवारों …
हज़रत इमाम हुसैन रजियल्लाहु तआला अन्हु 4/ हिजरी में तवल्लुद हुए, हज़रत फ़ातिमतुज़्ज़हरा रजियल्लाहु तआला अन्हा, हज़रत अली रज़ियल्लाहु तआला अन्हु और हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु …
क़यामत के दिन के बारे में नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु ताअला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया कि उस दिन तमाम लोगों को जमा किया जाएगा हर शख़्स …
जब बच्चे की पैदाईश होती है तो माँ की ज़िन्दगी में तब्दीली आ जाती है। यह बेचारी अपने आपको भूल जाती है। हर वक़्त बच्चे …
आजकल औरतें अक्सर यह कहती हैं मैंने ऐसी बात की कि अब तो फ्लां औरत जलती रहेगी। यह जलाने वाला लफ़्ज़ आजकल की बातचीत में …
आशूरा,अशर से मुश्तक है और अशर के मानी दस अदद के हैं। आशूरा से मुराद माहे मुहर्रम का दसवाँ दिन है बाज अहले इल्म फरमाते …
जब रात का आख़िरी पहर होता है तो अल्लाह तआला फरिश्तों की तीन जमातें बना देते हैं। (1) थपकियाँ देकर सुलाने वाले फरिश्ते :- एक …
जुमा के दिन के आदाब। जुमा के दिन सफ़ाई-सुथराई, नहाने-धोने और सजने-सँवरने का पूरा-पूरा एहतिमाम कीजिए । हजरत अब्दुल्लाह बिन उमर रजियल्लाहु तआला अन्हु कहते …