दौलत की चमक या आख़िरत की बरबादी? Daulat ki chamak ya aakhirat ki barbadi.
दुनियाँ में बे शुमार फित्ने हैं जिसमें सबसे बड़ा फित्ना माल है क्योंकि अगर माल न मिले तो इन्सान की मुहताजी उसे कुफ्र के करीब …
Islamic Knowledge
दुनियाँ में बे शुमार फित्ने हैं जिसमें सबसे बड़ा फित्ना माल है क्योंकि अगर माल न मिले तो इन्सान की मुहताजी उसे कुफ्र के करीब …
गुस्सा इन्सान का सबसे बड़ा दुश्मन है और जो दुश्मन को दोस्त बनायेगा तो वो उससे सिर्फ नुकसान उठायेगा बाज़ औकात तो गुस्से की वजह …
हज़रत अबी बिन काब रज़ियल्लाहु तआला अन्हु से हुजूर अक़्दस सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम पूछते हैं कि किताबुल्लाह में सबसे अज़मत वाली आयत कौन-सी है? …
टिकट फ्री, सीट यक़ीनी अहलियत व शराइत : नाम: अब्दुल्लाह इब्ने आदम। उर्फियत : इंसान। क़ौमियत : मुसलमान। शिनाख्त : मिट्टी। पता : रूए ज़मीन। …
हज़रत सअद बिन अबी वक़ास रज़ियल्लाहु तआला अन्हु फरमाते हैं कि मैं हुज्जतुल विदाअ वाले साल, बहुत बीमार हो गया था, जब हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला …
अबु अब्दुल्लाह हकीम तिर्मिज़ी रहमतुल्लाहि अलैहि ने अपनी किताब नवादिरूल उसूल में यह बात ज़िक्र की है कि सहाबा की जमाअत के पास आकर हुज़ूर …
शमाइल तिर्मिज़ी के अन्दर एक सहाबी हज़रत ज़ाहिर बिन हिज़ाम अश्ञ्जी रज़ियल्लाहु तआला अन्हु का एक वाक़िआ बहुत खूबसूरत अंदाज़ से नक़ल किया गया है। …
शैख़ शहाबुद्दीन सुहरवर्दी रहमतुल्लाहि ताअला अलैह ने एक हिकायत बयान की है जिसको मौलाना रूमी रहमतुल्लाहि ताअला अलैहि ने नक़ल फरमाया है कि एक मर्तबा …
दो शख़्स आपस मे शरीक थे । उनके पास आठ हज़ार अशर्फियाँ जमा हो गईं, एक चूंकि पेशा हरफे से वाक़िफ था और दूसरा नावाक़िफ …
चुगलखोरी का नुक्सान बयान करते हुए इमाम ग़ज़ाली रहमतुल्लाहि ताअला अलैह ने यह वाक़िआ नकल किया है कि एक शख़्स बाज़ार में गुलाम ख़रीदने गया। …