बवासीर का इलाज और नुस्खे। Bawaseer ka ilaj aur Nuskhe.

Bawaseer ka ilaj aur nuskhe

बवासीर दो किस्म की होती है। एक यह कि मक्अद के किनारे पर मस्से बढ़ जाते हैं और इससे खून निकलता है। इसकी वजह से मक़अद में खारिश पैदा होती है, जिससे इस जगह पर एक आग सी लगी हुई मालूम होती है। इसको खूनी बवासीर कहते हैं। दूसरी वह कि मक्अद में मस्से बढ़ … Read more

सफेद दाग का इलाज और नुस्खे।Safed Daag ka ilaj aur Nuskhe.

Safed daag ka ilaj aur nuskhe

यह एक खतरनाक और मूज़ी बिमारी है, जो आदमी के हुस्नो जमाल को बिल्कुल नेस्तो नाबूद कर देता है। यह खून की खराबी की वजह से हुआ करता है। अकसर यह मर्ज़ मौरूसी भी हुआ करता है। इस सिलसिले में बहुत से नुस्खे लिखे जाते हैं। आप अपनी तबीयत और हालत के एतबार से इस्तेमाल … Read more

9 तिब्बी इलाज और नुस्खे। Nine Tibbi ilaj aur Nuskhe.

9 tibbi ilaj aur nuskhe

(1)बाल लम्बे करने के दो नुस्खे 250 ग्राम आम्ला, 125 ग्राम सिकाकाई और 125 ग्राम मेथी के दाने पीस कर महफूज़ कर लीजिये । दो चम्मच हस्बे ज़रूरत पानी में रात को भिगो दीजिये, सुब्ह छान कर सर धो लीजिये, हफ्ते में एक बार येह अमल कीजिये, इन्शाअल्लाह बाल गिरना बन्द होंगे और बाल लम्बे … Read more

ब्लड प्रेशर और डाइबिटीज का इलाज और नुस्खे I Blood Pressure aur Diabetes ka ilaj aurv Nuskhe.

High blood pressure aur daibites ka ilaj aur nuskhe

खून के दबाव और जोश बढ़ जाने का नाम “हाई ब्लड प्रेशर” है। यह अकसर अधेड़ उम्र के लोगों को लाहिक होता है, जिसकी वजह ज़्यादा शराब पीना, चाय, कॉफी, तम्बाकू वगैरह का इस्तेमाल है। इसी तरह ज़्यादा ग़म व गुस्सा, फिक्र, दिमाग़ी व जिस्मानी मेहनत और ज़ेहनी टेन्शन से भी यह मर्ज लाहिक होता … Read more

लक़वा का इलाज और नुस्खे।Lakwa ka ilaj aur Nuskhe.

Laqwa ka ilaj aur nuskhe

लक़वा, एक जान लेवा बीमारी है। रगों में खुश्की की वजह से खून का दौरान कम हो जाता है, जिससे एक जबड़ा खिंच जाता है और मुँह टेढ़ा हो जाता है। इस सिलसिले में कुछ नुस्खे तहरीर करते हैं। लक़वा के मरीज को इस्तेमाल करायें। नुस्खा :- जैसे ही लकवे की शिकायत शुरू हो फौरन … Read more

पथरी का इलाज और नुस्खे। Pathri ka ilaj aur Nuskhe.

Pathri ka ilaj aur nuskhe

इस बीमारी में गुर्दे के जगह पर दर्द होता है। बार-बार पेशाब की हाजत हो जाती है। कभी पेशाब बन्द हो जाता है। अगर आता भी है तो क़तरा टपकता है। कभी खून मिला होता है। नब्ज़ कमज़ोर चलती है। मतली और कै (उल्टी) भी हो जाती है। गुर्दे के मकाम पर बोझ मालूम होता … Read more