मुसलमान की ग़ीबत करना।Musalman ki Geebat karna.

मुसलमान की ग़ीबत करना। 20250310 213206 0000

हज़रत अबू हुरैरह रज़ियल्लाहु अन्हु फ़रमाते हैं, हज़रत (माइज़ बिन मालिक) अस्लमी रज़ियल्लाहु अन्हु हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की खिदमत में हाज़िर हुए और उन्होंने चार बार अपने बारे में इस बात का इक़रार किया कि उन्होंने एक औरत से हरामकारी की है। हर बार हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम दूसरी ओर मुंह फेर लेते … Read more

रोज़ा के फज़ाईल अहादीष की रोशनी में । In the light of Fazail Ahadith of Roza.

In the light of Fazail Ahadith of Roza.

हज़रत अबू हुरैरा रज़ियल्लाहो तआला अन्हो से रिवायत है कि नबी-ए-करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया कसम है उस जात की जिसके कब्ज़-ए-कुदरत में मेरी जान है, रोज़ादार के मुंह की बू अल्लाह के नज़दीक मुश्क से ज़्यादा बेहतर है।(बुखारी शरीफ) मैं ही इसका बदला दूँगा :- हज़रत अबू हुरैरा रज़ियल्लाहो अन्हो से रिवायत … Read more

तौबा करने की फज़िलत।Tauba karne ki Fazilat.

Tauba karne ki Fazilat.

हदीस :- हज़रत जाबिर बिन अब्दुल्लाह रज़िअल्लाहु अन्हु से मरवी है कि जुमा के दिन रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम ने खुत्बा में हम से इरशाद फरमाया कि ऐ लोगों! मरने से पहले तौबा करो और कब्ल इस के कि ज़ोअफ या बीमारी की वजह से आजिज़ हो जाओ नेक आमाल में उजलत करो, अल्लाह से … Read more

पानी पीने की फज़िलत। Pani Peene ki Fazilat.

Pani pine ki fazilat

हदीस :- हज़रत इब्ने अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हुमा से मरवी है कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फ़रमायाः “एक सांस में पानी न पियो जैसे ऊँट पीता है बल्कि दो और तीन मर्तबा में पियो और जब पियो तो ‘बिस्मिल्लाह’ कह लो और जब बर्तन को मुँह से हटाओ तो अल्लाह की हम्द करो।” (तिरमिज़ी शरीफ … Read more

खाना खाने की फज़िलत। Khana Khane ki Fazilat.

Khana khane ki fazilat

  कुरआन शरीफ “ अल्लाह तआला इरशाद फ़रमाता है: “हलाल व पाक खाना खाओ और अच्छे अमल करो।” जो कोई इस इरादे से खाना खाए कि मुझे इल्म व अमल की कुव्वत और आखिरत की राह चलने की कुदरत हासिल हो, उसका खाना, पीना भी इबादत है। इसलिए रसूले कायनात सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद … Read more

जनाज़ों के कुछ खास अहकाम। Janazo ke kuch khas Ahkaam.

Janazo ke kuch khas ahkaam

हज़रत बरा बिन आज़िब रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने हमको सात बातों का हुक्म दिया और सात बातों से मना फरमाया। आपने हुक्म दिया,(1) जनाज़ों के साथ जाना।(2) मरीज़ की मिज़ाज-पुर्सी करना।(3) दावत कुबूल करना।(4) मज़लूम की मदद करना।(5) कसम पूरी करना।(6) सलाम का जवाब देना।(7) छींक … Read more

तिब्बे नबवी ।(दवाओ का नुस्खा) Tibbe Nabvi Dawao ka nuskha.

Tibbate navwi Dawao ka nuskha

एक शेर और लोमड़ी का वाक्या।Ek Sher aur lomdi ka waqia.             Tibbe Nabvi Dawao ka nuskha. हुजूरे अक्दस (स.व)ने इर्शाद फ़रमाया कि ऐ अल्लाह के बन्दो ! तुम लोग दवाएं इस्तिमाल करो इस लिये कि अल्लाह तआला ने एक बीमारी के सिवा तमाम बीमारियों के लिये दवा पैदा फ़रमाई … Read more

ज़कात का बयान।Zakaat ka Bayan

Zakat ka bayan

अल्लाह तआला का फ़रमान है:- तर्जुमा:- नमाज़ दुरुस्ती से अदा करो और ज़कात दो । (सूरः बक़रह 2, आयत 43 ) वजाहतः इससे ज़कात का फर्ज़ होना साबित हुआ। कुरआन मजीद में 82 जगह ज़कात का ज़िक्र आया है, इस्लाम का यह एक अहम रुक्न (हिस्सा) है। हज़रत अब्दुल्लाह बिन अब्बास रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायत … Read more

वलीमें का दावत कभी इन्कार मत करना।Walime ka Dawat kabhi inkar mat karna.

Walime ka Dawat kabhi inkar mat karna.

वलीमा करना सुन्नते मौकेदाह हैं । जान बुझ कर वलीमा न करने वाला सख्त गुनाहगार है।(कीम्या-ए-सआदत, सफा नं. 2611) वलीमा येह है कि सुहाग रात की सुबह को अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और मोहल्ले के लोगों को अपनी हैसियत के मुताबिक दावत करे, दावत करने वालों का मकसद सुन्नत पर अमल करना हो ।(कानूने शरीअत, जिल्द … Read more