कुरआन शरीफ की कुछ खास सूरह और पढ़ने के फायदे।Quraan shareef ki kuch khas sureh aur padhne ke faide.

Quraan shareef ki kuch khas surah aur padhne ke unke faida.
हम आपको कुछ खास इस्लामी सूरह के बारे बताएँगे जिन्हें पढ़ कर आप अपनी ज़िन्दगी सुधार सकते हैं और काफी मुसीबतों से बच सकते हैं। सूरह आले इमरान:- जो आदमी ...
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मोमिन का कब्र में नमाज़ का ध्यान।Momin ka kabr me namaaz ka dhyaan.

momin ka kabr me namaaz ka dhyaan.
हज़त जाबिर (र.अ)फ़रमाते हैं कि अल्लाह के रसूल (स.व)ने इर्शाद फ़रमाया कि जब मोमिन को कब्र में दाखिल कर दिया जाता है तो उसको ऐसा मालूम होता है, जैसे सूरज ...
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मोमिन का रुत्बा मौत के वक़्त और मौत के बाद।Momin ka rutba maut ke waqt aur maut ke baad.

momin ka rutba maut ke waqt aur maut ke baad
हजरत बरा बिन आज़िब(र.अ)फरमाते हैं कि एक दिन हम अल्लाह के रसूल (स.व)के साथ एक अंसारी के जनाज़े में कब्रिस्तान गये। जब कब्र तक पहुंचे तो देखा कि अभी क़ब्र ...
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गुनाह बख़्श दिये जायेंगे। Gunah baksh diye jayege.

Gunah baksh diye jayege
हज़रत उसमान (र.अ)से रिवायत है कि नबी करीम(स.व)फ़रमाते हैं कि जिसने कामिल वुजू किया फिर नमाज़े फ़र्ज़ के लिये चला और इमाम के साथ बाजमाअत नमाज़ अदा की उसके गुनाह ...
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एक कफ़न चोर का वाक्या।Ek kafan chor ka waqia.

Ek kafan chor ka waqia
एक गांव में एक औरत रहा करती थी। वह पाबन्दी से पांचो वक़्त की नमाज़ पढ़ती थी, और मोहल्ले वालो को दीन की बातें बताया करती थी। एक दिन वह ...
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हज़रत बिलाल हब्शी रज़ि० का इस्लाम लाना।Hazrat bilal habshi ka islam lana.

Hazrat bilal habshi ka islam lana
हज़रत बिलाल हब्शी रज़ि. एक मशहूर सहाबी हैं, जो मस्जिदे नबुवी के हमेशा मुअज्जिन’ रहे। शुरू में एक काफ़िर के गुलाम थे, इस्लाम ले आये जिसकी वजह से तरह-तरह की ...
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सूरह मुल्क और अलिफ्-लाम-मीम सज्दा पढ़ने वाला। Sureh mulq aur alif lam mim sajda padhne wala.

Surah mulk aur alif laam meem sajda padhne wala
हज़रत अब्दुल्लाह बिन अब्बास(र.अ) से रिवायत है कि प्यारे नबी (स.व)के एक सहाबी ने एक कब्र पर खेमा लगाया और उनको पता न था कि यह कब्र है। खेमे में ...
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सूरह अल फातेहा पढ़ने की फज़ीलत।Sureh al fatiha padhne ki fazilat.

सूरह अल फातेहा कुरान की पहली सूरह हैं। इसमें कुल 7 आयतें हैं जिसमे अल्लाह के बताये रास्तों पर चलने उसकी ताकत और गुनाहों से माफ़ी की दुआ शामिल हैं। ...
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हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम और समन्दर का वाकिआ।Hazrat musa (a.s) aur samandar ka waqia.

हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम अल्लाह के सबसे प्यारे नबियों में से एक नबी थे। उन्हें कलीमुल्लाह के नाम से उस वक़्त जाना जाता था। जिसका मतलब होता हैं अल्लाह से सीधे ...
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