हदीस शरीफ में आया है कि नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया: अल्लाह पाक के अस्माए-हुस्ना जिन के साथ दुआ माँगने का हमें हुक्म दिया गया है जो शख़्स उन का अहतियात कर लेगा यानी उन में दाखिल होगा। उनको याद कर के पढ़ता रहेगा वह जन्नत मे दाखिल होगा।
1) अल्लाहु- अल्लाह का नाम जो रोज़ाना एक हज़ार मर्तबा “या अल्लाहु पढ़ेगा, अल्लाह ने चाहा तो उस के दिल से शक व शुब्हा दूर हो जायेंगे विश्वास और हौसला की शक्ति पैदा होगी। ऐसा बीमार जिसका ” इलाज संभव नहीं ज़्यादा से ज्यादा बार “या अल्लाहु का बिर्द करे और इस के बाद सेहत की दुआ माँगे तो उसे पूरी तरह सेहत नसीब होगा।
2) अर्रहमान- बहुत अधिक रहम करने वाला जो शख़्स रोज़ाना हर नमाज के बाद 100 मर्तबा “या रहमानु” पढ़ेगा, तो उस के दिल से अल्लाह ने चाहा तो हर तर की सख्ती और सुस्ती दूर हो जयेगी ।
3) अर्रहीम – बड़ा मेहरबान = जो शख्स रोजाना हर नमाज के बाद 100 मर्तबा “या रहीमु” पढ़ेगा दुनिया की तमाम आफ़तों और विवादों से अल्लाह ने चाहा तो महफूज रहेगा और तमाम मख्लूक उस पर मेहरबान हो जाएगी।Allah ke Naamo ke 21 khas Wazifa.
4 ) अल्मलिकु – या हकीकी बादशाह = जो शख्स रोजाना सुबह की नमाज के बाद “या मलिकु” को अधिक से अधिक पढ़ेगा अल्लाह उसे ग़नी फ़रमा देंगे।
5) अल कुद्दूसु – बुराइयों से पाक-साफ = जो शख्स रोजाना जवाल ( सूरज ढलने के बाद इस नाम को ज्यादा से ज़्यादा पढ़ेगा, अल्लाह ने चाहा तो उस का दिल रूहानी बीमारियों से पाक हो जायेगा ।
6) अस्सलामु-बे ऐब जात ,जो शख़्स ज़्यादा से ज्यादा इस नाम को पढ़ा करेगा, अल्लाह ने चाहा तो तमाम आफतों से सुरिक्षत रहेगा। जो शख्स 115 मर्तबा इस नाम को पड़ कर बीमार आदमी पर दम करेगा, अल्लाह तआला उस को सेहत अता करेंगे।
7) अल् मोमिनु- अम्न और ईमान देने – वाला जो शख्स किसी डर के समय 360 मर्तबा इस नाम को पढ़ेगा, अल्लाह ने चाहा तो हर तरह के डर और नुक्सान से महफूज़ रहेगा। जो शख्स इस नाम को पढ़े या लिख कर अपने पास रखे, उसका जाहिर और बातिन अल्लाह पाक की हिफाजत में रहेगा।
8) अल मुहैमिनु – देख-रेख करने वाला -जो शख़्स नहाने के बाद दो रक्अत नमाज़ पढ़े और सच्चे दिल से 100 मर्तबा यह नाम पढ़े, अल्लाह तआला उसके जाहिर और बातिन को पाक कर देंगे। और जो आदमी 115 मर्तबा पढे तो अल्लाह ने चाहा तो पोशीदा चीज़ों की जानकारी हो जायेगी।Allah ke Naamo ke 21 khas Wazifa.
9) अल अज़ीज़ु – जो शख्स 40 दिन तक 40 मर्तबा इस नाम को पढ़ेगा, अल्लाह तआला उस को इज्ज़त वाला बना देंगे और हर तरह से बे नियाज़ बना देंगे। और जो शख्स फज्र की नमाज के बाद 41 मर्तबा पढ़ता रहे वह अल्लाह ने चाहा तो किसी का मोहताज न होगा और बदनामी के बाद नेकनामी पायेगा।
10 ) अल् जब्बारू सब से ज़र्बदस्त -जो शख्स रोज़ाना सुबह- शाम 236 मर्तबा इस नाम को पढ़ेगा, अल्लाह ने चाहा तो जालिमों के अत्याचार और ज्यादती से महफूज़ रहेगा । और जो शख़्स चाँदी की अंगूठी पर यह नाम खुदाई कर के पहनेगा उसका रोब और दबदबा लोगों के दिलों में पैदा होगा। हज़रत अली (र.अ)की 50 नसीहतें।
11) अल् मु-त-कब्बिरू – बड़ाई और बुर्जुगी वाला- जो शख्स ज्यादा- ज्यादा इस नाम को पढ़ेगा अल्लाह तआला उस शख्स को बडाई अता फरमायेंगे। और अगर काम शुरु करने से पहले इस नाम को ज्यादा से ज़्याद पढ़ेगा तो अल्लाह तआला उसे इज्जत और काम में कामियाबी होगी।
12 ) अल खालिकु – पैदा करने वाला जो शख़्स सात दिन तक लगातार 100 मर्तबा इस नाम को पढ़ेगा तो अल्लाह ने चाहा तो तमाम आफतों से सुरक्षित रहेगा। जो शख़्स हमेशा इस नाम को पढ़ता रहे तो अल्लाह पाक एक फरिश्ता मुकर्रर कर देते हैं जो उसकी तरफ से इबादत करता है और उस का चेहरा चमकता रहता है।Allah ke Naamo ke 21 khas Wazifa.
– 13 ) अल बारिउ- जान डालने वाला = अगर बाँझ औरत सात रोज़े रखे और पानी से रोज़ा खोलने के बाद 21 मर्तबा “अल् बारिउल मुसव्विरूं पढ़े, अल्लाह ने चाहा तो उसे औलाद हासिल होगी ।
14 ) अल् मुसव्विरु की भी खासियत 13 जैसी ही है।
15) अल गफ्फारु – माफ करने और पर्दा डालने वाला जो शख्स जुम्आ की नमाज़ के बाद 100 मर्तबा इस नाम को पढ़ेगा, अल्लाह ने चाहा तो उस पर माफी के असर जाहिर होने लगेंगे। और जो शख़्स अस्र की नमाज़ के बाद रोज़ाना “था गफ्फारू इगफिरली” पढ़ेगा, अल्लाह तआला उसको बख्शे हुये लोगों में दाखिल करेंगे।
16) अल कहहारु सब को अपने काबू में रखने वाला जो शख्स दुनिया की मुहब्बत में गिरफ्तार हो अधिक से अधिक बार इस नाम को पढ़े तो इन शाअल्लाह दुनिया की मुहब्बत उसकी जाती रहेगी और अल्लाह से मुहब्बत पैदा हो जायेगी।
17 ) अल वहहाबु-सब कुछ देने वाला = जो शख़्स खान-पान की तन्गी में गिरफ्तार हो वह ज़्यादा ज़्यादा इस नाम को पढ़ा करे, या लिख कर अपने पास रखे,
या दिन चढ़े ( चाश्त) की नमाज़ के अन्तिम सज्दा में 40 मर्तबा यह नाम पढ़ा करे तो अल्लाह तआला फकीरी से उस को आश्चर्य जनक रूप से नजात देदेंगे। और अगर कोई ख़ास ज़रूरत पेश आ जाये तो घर या मस्जिद के आँगन में तीन मर्तबा सज्दा करके हाथ उठाये और 100 मर्तबा इस नाम को पढ़े, अल्लाह ने चाहा तो ज़रूरत पूरी हो जायेगी ।Allah ke Naamo ke 21 khas Wazifa.
18 ) अर्रज़्ज़ाक – बहुत बड़ा रोज़ी देने वाला = जो शख्स सुबह की नमाज़ से पहले अपने घर के चारों कोनों में 10 – 10 मर्तबा इस नाम को पढ़ कर दम करेगा, अल्लाह तआला उस पर रोज़ी के दर्वाज़े खोल देंगे और बीमारी और गरीबी उस के घर में कदापि न आयेगी । दाहिने कोने से शुरू करें और मुँह किबला की ओर रखें। हज़रत उमर फ़ारूक़ रज़ि० का वज़ीफ़ा
19)अल फत्ताहु- कंठिनाइयों को दूर करने वाला = जो शख़्स फ़ज्र की नमाज़ के बाद दोनों हाथों को सीने पर बाँध कर 70 मर्तबा इस नाम को पढ़ेगा, अल्लाह ने चाहा तो उस का दिल ईमान के नूर से रोशन हो जायेगा ।
20 ) अल् अलीमु -बहुत इल्म वाला = जो शख्स ज़्यादा से ज़्यादा इस नाम को पढ़ेगा तो अल्लाह तआला उस पर इल्म के दर्वाज़े खोल देंगे।
21) अल काबिजु – रोज़ी तंग वाला = जो शख़्स रोटी के चार टुकड़ों पर इस नाम को लिखकर 40 दिन तक खायेगा, वह भूख-प्यास, घाव और हर तरह के दर्द वगैरह की तकलीफ से महफूज रहेगा।
इन खास वजीफे को अपने दोस्तों और जानने वालों को शेयर करें।ताकि दूसरों को भी आपकी जात व माल से फायदा हो और यह आपके लिये सदका-ए-जारिया भी हो जाये।
क्या पता अल्लाह तआला को हमारी ये अदा पसंद आ जाए और जन्नत में जाने वालों में शुमार कर दे। अल्लाह तआला हमें इल्म सीखने और उसे दूसरों तक पहुंचाने की तौफीक अता फरमाए ।आमीन।
खुदा हाफिज…