ज़िना करने की सज़ा।Zina karne ki saza.

Zina karne ki saza.

अल्लाह तआला ने इरशाद फ़रमाया-यानी ऐ लोगों तुम जिना के पास भी न भटकना, बेशक वह बड़ी बेहयाई की बात है। फ़ायदा- पास भी न भटकना, इस का मतलब यह है कि जिन बातों से जिना का तक़ाज़ा पैदा होता है उनसे भी बचो। जैसा कि अल्लाह के रसूल (स०) ने फ़रमाया है कि ग़ैर … Read more