औरत का नाज़ करना। Aurat ka Naaz karna.
नाज़’ की वजह से ‘अज़वाज मुतहरात” भी हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम से लौट-पौट कर लिया करती थीं और आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की बात का जवाब दे दिया करती थीं। पूरे दिन बात नहीं करती थीं और अपनी मांगों को ऊंची आवाज़ में उठाती थीं । क्योंकि औरतों को अपने हक़ की मांग करने में … Read more