निकाह और मेहर की अहमियत।Nikah aur Mehar ki Ahmiyat.

Nikah aur mehar ki ahmiyat

यह सौ फीसद पक्की बात है कि जहाँ निकाह नहीं होगा वहाँ बदकारी होगा। इसलिए शरीअत ने निकाह की अहमियत को वाज़ेह किया है। आज जिस समाज में निकाह से फरार इख़्तियार करते हैं यानी निकाह करने से बचते हैं, आप देखिये वहाँ जिन्सी तस्कीन के लिए बदकारी (देह व्यापार) के अड्डे खुले होते हैं … Read more