हमल के दौरान हमबिस्तरी करना।Hamal ke Dauraan Hambistari karna

Hamal ke dauran hambistari karna

औरत जब हमल से हो तो उस हालत में सोहबत करना शरीअते इस्लामी की रू से मना नहीं है और इस पर कोई गुनाह भी नहीं । लेकिन हकीमों के नज़दीक सोहबत न करना बेहतर है कि सोहबत करने से नये हमल के ठहरने का ख़तरा होता है । हदीस :- इमामे आज़म अबू हनीफा … Read more