सरवरे काएनात की इबादात। Saravare kaenaat ki ibadaat.
हुज़ूर -ए-अक्दस सल्लल्लाहो तआला अलैहि वसल्लम बा वुजूद बे शुमार मशागिल के इतने बड़े इबादत गुज़ार थे कि तमाम अम्बिया व मुर्सलीन अलैहिस सलातु वस्सलाम की मुक़द्दस जिन्दगियों में इस की मिसाल मिलनी दुशवार है बल्कि सच तो येह है कि तमाम अम्बियाए साबिक़ीन के बारे में सहीह तौर से येह भी नहीं मालूम हो … Read more