सरवरे काएनात की इबादात। Saravare kaenaat ki ibadaat.

Saravare kaenaat ki ibadaat.

हुज़ूर -ए-अक्दस सल्लल्लाहो तआला अलैहि वसल्लम बा वुजूद बे शुमार मशागिल के इतने बड़े इबादत गुज़ार थे कि तमाम अम्बिया व मुर्सलीन अलैहिस सलातु वस्सलाम की मुक़द्दस जिन्दगियों में इस की मिसाल मिलनी दुशवार है बल्कि सच तो येह है कि तमाम अम्बियाए साबिक़ीन के बारे में सहीह तौर से येह भी नहीं मालूम हो … Read more

हमारे नबी-ए-पाक सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का हुलिया मुबारक।Hamaare Nabee-e-Paak ka Huliya Mubaarak.

Hamare nabi-e-paak sallallahu alehiwasallam ka huliya mubarak

जिन बुजुर्गों ने आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का हुलिया मुबारक बयान किया उन्होंने हुजूर-ए-अक्दस सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सिफत की सिर्फ एक झलक का एदराक किया है और हकीकत वस्फ पेश कर सके है न हकीकत वस्फ को। क्योंकि हकीकत वस्फे हुजूर को खालिक के सिवा किसी ने नहीं पहचाना। चुनान्दे इमाम कर्तबी अपनी किताब … Read more

हमारे नबी (स.व)का निकाह।Hamare Nabi Sallallahu alaihiwasallam ka Nikah.

Hamare nabi paak ka nikah

हज़रते बीबी खदीजा माल व दौलत के साथ इन्तिहाई शरीफ़ और इफ्फत मआब खातून थीं। अहले मक्का इन की पाक दामनी और पारसाई की वजह से इन को ताहिरा (पाकबाज़) कहा करते थे । इनकी उम्र चालीस साल की हो चुकी थी पहले इन का निकाह अबू हाला बिन ज़ारह तमीमी से हुवा था और … Read more

हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की पैदाइश।Hazrat Ibrahim alahisalam ki paidaish.

Hazrat ibrahim a.s ki paidaish

बाबुल ईरान का एक शहर के लोग बुतों की पूजा किया करते थेI वहां आज़र नाम का एक आदमी बहुत खूबसूरत बुत बनाया करता थाI लोग उसकी बड़ी इज़्ज़त किया करते थेI उसके घराने में एक दिन एक लड़का पैदा हुआ I जिसका नाम इब्राहिम रखा गया I बच्चे की परवरिश एक अमीरज़ादे की हैसियत … Read more

हज़रत सुलैमान अलैहिस्सलाम के ज़माने की दो औरतें। Hazrat Suleman (a.s) ke zamane ki do Aurate.

Hazrat suleiman a.s ke Zamane ki do auraten

हज़रत सुलैमान अलैहिस्सलाम के ज़माने में दो औरतें थीं। वे दोनों अपने छोटे-छोटे एक जैसे बच्चे उठाये हुए जंगल में से गुज़र रही थीं। एक भेड़िया आया और उसने उनमें से एक औरत के बच्चे को छीन लिया और भाग गया। थोड़ी देर के बाद उस औरत के दिल में यह ख़्याल आया कि यह … Read more

ज़मज़म के पानी का इतिहास।Zam Zam ke pani ka Itihaas.

zam zam ke pani ka itihas

हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम की दो बीवियाँ थीं। पहली बीबी का नाम सारा और दूसरी बीबी का नाम हाजरा था। सरज़मीने शाम में हज़रत हाजरा के बतन (पेट) पाक से हज़रत इस्माईल अलैहिस्सलाम पैदा हुए। हज़रत सारा के कोई औलाद न थी इस वजह से उन्हें रश्क पैदा हुआ और उन्होंने हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम से कहा … Read more

आंहज़रत (स.व) पर उम्मत के आमाल पेश किये जाते हैं।Anhazrat(s.w) par ummat ke Amal pesh kiye jate hai.

Anhazrat(s.w) par ummat ke Amal pesh kiye jate hai.

हज़रत अब्दुल्ला बिन मस्ऊद (र.अ)रिवायत करते हैं कि आंहज़रत (स.व)ने इर्शाद फ़रमाया कि मेरी जिंदगी तुम्हारे लिए बेहतर है और मेरी वफ़ात तुम्हारे लिए बेहतर है, तुम्हारे आमाल मुझपर पेश होंगे। पस जो भलाई तुम्हारी तरफ़ बेहतर से पेश की जाएगी, जिसे मैं देखूंगा तो उसपर अल्लाह की तारीफ करूंगा और जो कोई बुराई देखूंगा … Read more

हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम और समन्दर का वाकिआ।Hazrat musa (a.s) aur samandar ka waqia.

20240329 172353 scaled

हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम अल्लाह के सबसे प्यारे नबियों में से एक नबी थे। उन्हें कलीमुल्लाह के नाम से उस वक़्त जाना जाता था। जिसका मतलब होता हैं अल्लाह से सीधे बात करना वाला। यानि की हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम में ऐसी करिश्माई ताकत थी की वो सीधे अल्लाह से बात कर सकते थे। हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम … Read more

हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम और मछली का किस्सा।Hazrat younus (a.s)aur machli ka kissa.

Screenshot 20240327 165943 Canva

अल्लाह ने अपने बन्दों की हिदायत के लिए जिन नबियों को दुनिया में भेजा उनमे से एक हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम भी हैं। जो मछली वाले नबी के नाम से मशहूर हैं। क्यूंकि आपने 40 दिन मछली के पेट में गुज़ारे थे। चलिए जानते हैं की आखिर क्यों हज़रत यूनुस अलैहिस्सलाम को मछली वाले नबी कहा … Read more