250 ग्राम आम्ला, 125 ग्राम सिकाकाई और 125 ग्राम मेथी के दाने पीस कर महफूज़ कर लीजिये । दो चम्मच हस्बे ज़रूरत पानी में रात को भिगो दीजिये, सुब्ह छान कर सर धो लीजिये, हफ्ते में एक बार येह अमल कीजिये,
(2)दांतों के दर्द और सूजन का तिब्बी इलाज
मसूढ़ों में सूजन हो, खून या पीप निकलता हो तो थोड़ा सा गर्म पानी ले कर उस में थोड़ी सी फिट्करी डाल दीजिये, फिट्करी हल हो जाने के बाद वोह पानी दांतों और मसूढ़ों पर मलिये,
(3)शूगर का तिब्बी इलाज
बड़ी इलायची के अन्दर से दाने निकाल कर रोज़ाना सुब्ह व शाम पांच पांच दाने चबा लिया करें, इन्शाअल्लाह जल्द शिफा हासिल होगी
(4) माहवारी के दर्द का तिब्बी इलाज
जिस को माहवारी (M.C.) के दिनों में पेट और कमर वगैरा में दर्द होता हो, नाफ़ में तेल लगा लिया करे, इन्शाअल्लाह दर्द से छुटकारा मिल जाएगा।
(5) दस्त (लूज मोशन) के 2 तिब्बी इलाज
आधी चम्मच चाय की पत्ती पानी से फांक लीजिये इन्शाअल्लाह दस्त खत्म हो जाएंगे। छोटे बच्चों को एक चुटकी चाय की पत्ती पानी से देना ही काफी है,
(6) नक्सीर बन्द करने का तिब्बी इलाज
लीमूं का रस कपड़े में छान कर ड्रॉपर से नाक में कतरा कतरा डालिये, इन्शाअल्लाह खून बन्द हो जाएगा।
(7) नाक बन्द होने का तिब्बी इलाज
रात को नाक बन्द हो जाए और सांस लेने में रुकावट आती हो तो नीम के थोड़े से ताजे पत्ते साफ़ कर के इन को पानी में चूल्हे पर जोश दे कर खाने का नमक हल कर के क़ाबिले बरदाश्त हो जाने पर उस पानी से नाक धोइये और दिन में दो बार इसी से गरारे कीजिये,
(8) हिचकी के दो चुटकुले
काग़ज़ की थैली या प्लास्टिक का शोपर मुंह और नाक पर चढ़ा कर हाथों से इस तरह दबा कर रखिये कि नाक और मुंह की सांस की हवा बाहर न निकलने पाए, उसी शोपर के अन्दर सांस लीजिये,